भारत का सबसे बड़ा ट्रेन हादसा। kanchanjunga Express
यह बड़ी खबर है कि पश्चिम बंगाल में एक बड़ा ट्रेन हादसा हुआ है। कंचन जंगा एक्सप्रेस को मालगाड़ी ने पीछे से टक्कर मार दी, जिससे कंचनजंगा एक्सप्रेस की बोगियां क्षतिग्रस्त हो गईं, आठ यात्री मर गए हैं, और 50 से अधिक यात्री घायल हो गए हैं. घटनास्थल पर अभी भी बचाव कार्य जारी है। यहाँ सभी बचाव टीमें हैं, और आप दो चित्रों को टीवी पर देखकर समझ सकते हैं।
जिस तरह से बोग के ऊपर एक चढ़ाई हुई है, कितनी भयानक और भीषण यह टक्कर होगी अगर यात्रियों को लगातार निकालने की कोशिश की जा रही है, जिनकी सांसें चल रही हैं। 50 से अधिक यात्री घायल हैं और उनका इलाज निकटस्थ अस्पतालों में चल रहा है। यहाँ भी समाप्ति की घोषणा की गई है
रेलवे बोर्ड भी करता है
PM ने भी मृतकों के परिजनों को मुआवजे की घोषणा की है।
PM ने भी घायलों को हर संभव आर्थिक सहायता देने का वादा किया है। रेलवे बोर्ड ने भी मुआवजे की घोषणा की है और राहत बचाव और युद्ध स्तर पर तेजी से कार्य चल रहा है ताकि फंसे हुए यात्री को जल्द से जल्द निकाला जा सके, लेकिन इसके लिए काफी कठिन काम भी करना पड़ेगा। माना जाता है कि मालगाड़ी चालक और उसका सह चालक दोनों इस हादसे में मर गए हैं क्योंकि बोगी उनके ऊपर चढ़ गई।
इसलिए यह भयानक दुर्घटना हुई है रंगापानी स्टेशन के पास एक मालगाड़ी ने कंचन जंगा एक्सप्रेस को पीछे से टक्कर मारी है टक्कर काफी जबरदस्त बताई जा रही है और राहत बचाव प्रयास निरंतर जारी हैं। अब समाप्ति का भी ऐलान यहां पर किया गया है। रेलवे ने मृतकों को 10 लाख रुपये देने की घोषणा की है PM राहत कोट में भी मृतकों के लिए ₹20 लाख घोषित किए गए हैं
मुआवजा
- हादसे में घायलों को 50 हजार रुपये का मुआवजा भी मिलेगा। मृतकों के लिए रेलवे बोर्ड ने मुआवजे की राशि भी घोषित की है।
- पीएमओ ने भी आर्थिक मदद का ऐलान किया है। मृतकों और घायलों के परिजनों को वित्तीय सहायता और मुआवजे की घोषणा की गई है
- यह ट्रेन अगरतला से सियालदा जा रही थी और इसमें कोलिजन हुआ था। प्रारंभिक गुड्स ट्रेन इंफॉर्मेशन से लगता है कि ड्राइवर ने गुड्स ट्रेन को डिस रिगार्ड किया है और रियर से कंचन जंगा को हिट किया है। गुड्स ट्रेन के ड्राइवर और असिस्टेंट ड्राइवर सहित कंचन जंगा के गार्ड की भी जान चली गई है।
- हमारा पहला लक्ष्य इस दुर्घटना में यह सुनिश्चित करना है कि सभी इंजर्ड लोगों को उचित मेडिकल सहायता मिले और उनकी जान बचाई जा सके।